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उत्तर पूर्व (NE) भारत में E & P गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए नीति - NE हाइड्रोकार्बन विजन 2030
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उत्तर पूर्व (NE) भारत में E & P गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए नीति - NE हाइड्रोकार्बन विजन 2030

अधिसूचनाककी तारीख : 09 फरवरी, 2016

एमओपीएनजी = > निवेश अवसर

पूर्वोत्‍तर भारत (एनई) में अन्‍वेषण और उत्‍पादन संबंधी कार्यकलापों को बढ़ावा देने के लिए नीति – एनई हाइड्रोकार्बन विजन 2030

भारत सरकार ने पूर्वोत्‍तर भारत में तेल और गैस का उत्‍पादन बढ़ाने तथा अन्‍वेषण कार्यकलाप बढ़ाने हेतु हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में आवश्‍यक निवेश की रूपरेखा तैयार करने के लिए अगले 15 वर्षों का रोडमैप तैयार करने के उद्देश्‍य से पूर्वोत्‍तर क्षेत्र के लिए हाइड्रोकार्बन विजन दस्‍तावेज जारी किया है। इस  विजन के 5 आधार : लोग, नीति, भागीदारियां, परियोजनाएं और उत्‍पादन हैं।


     पूर्वोत्‍तर (एनई) क्षेत्र को भारत की ऊर्जा अर्थव्‍यवस्‍था के अग्रणी स्‍तर पर एक मज़बूत हाइड्रोकार्बन हब के रूप में विकसित करना।

     वर्ष 2030 तक ओ+ओईजी का उत्‍पादन दोगुना करना।


     इस क्षेत्र में 100 प्रतिशत परिवारों को किफायती मूल्‍य पर स्‍वच्‍छ ईंधन (एलपीजी/पीएनजी) उपलब्‍ध करवाना।

     प्राकृतिक गैस ग्रिड, सीजीडी नेटवर्कों और सीएनजी राजमार्गों विकसित करना।


परियोजना की स्‍थिति: 

     चुनौतीपूर्ण क्षेत्र ब्‍लॉकों के लिए समय-सीमा में छूट को अनुमोदित कर दिया गया है।

     बकाया एमडब्‍ल्‍यूपी को पूरा करने में छूट को अनुमोदित कर दिया गया है।.

     उत्‍तर पूर्वी तेल और गैस क्षेत्रों के लिए एचईएलपी और ओएल को लागू कर दिया गया है।.

अनुमानित सकारात्‍मक परिणाम:

पूर्वोत्‍तर क्षेत्र को हाइड्रोकार्बन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए सरकारी अधिकारियों तथा उद्योग के पणधारकों का शामिल करते हुए एक कार्यकारी परिषद का गठन किया गया है।


और अधिक ब्‍यौरों के लिए हमारी वार्षिक रिपोर्ट देखें…
 

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