Minister of Petroleum and Natural Gas
This link shall take you to a webpage outside mopng.gov.in. For any query regarding the contents of the linked page, please contact the webmaster of the concerned website.
सीपीसीएल , जिसे पहले मद्रास रिफायनरीज लिमिटेड (एमआरएल) के रूप में जाना जाता था, का गठन वर्ष 1965 में भारत सरकार (जीओआई), अमोको और नेशनल ईरानी ऑयल कंपनी (एनआईओसी) के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में किया गया था। सीपीसीएल, वर्ष 2001 में आईओसीएल की एक अनुषंगी कंपनी बन गई। सीपीसीएल की मनाली रिफायनरी भारत में ईंधन, ल्यूब, वैक्स और पेट्रोकेमिकल फीडस्टॉक उत्पादन सुविधाओं के साथ सबसे जटिल रिफायनरियों में से एक है। सीपीसीएल तमिलनाडु और इसके पड़ोसी राज्यों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करती है।
रिफायनरी की वर्तमान क्षमता 10.50 एमएमटीपीए है। 2019-20 में रिफायनरी की क्रूड रिफायनिंग क्षमता का उपयोग 96.8% था। सीपीसीएल ने इस वर्ष में डीएचडीटी सुधार, जीडीएस इकाई और आरएलएनजी जैसी परियोजनाओं पर 961 करोड़ रुपए का पूँजीगत निवेश किया है।
सीबीआर, नागापट्टिनम में 1 एमएमटीपीए रिफायनरी का प्रचालन रोक दिया गया है। मौजूदा सुविधाओं को समाप्त करने के बाद इसके स्थान पर एक नए 9 एमएमटीपीए रिफायनरी सह पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स को स्थापित करने की योजना है।
यह लिंक आपको एक बाहरी वेबपेज पर ले जाएगा। लिंक किए गए पृष्ठ की सामग्री के संबंध में किसी भी प्रश्न के लिए, कृपया संबंधित वेबसाइट के वेबमास्टर से संपर्क करें।
This link shall take you to a webpage outside mopng.gov.in. For any query regarding the contents of the linked page, please contact the webmaster of the concerned website.